शिमला।
प्रदेश में प्रचंड गर्मी के चलते जंगलों में आग का तांडव देखने को मिल रहा है। शिमला सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी जंगलों में भीषण आग से करोड़ों की वन संपदा स्वाह हो रही है। भाजपा ने जंगलों की आग को लेकर सरकार को घेरते हुए इसे कांग्रेस सरकार की नाकामी बताया है।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में 9480 हेक्टेयर भूमि आग की चपेट में हैं। जंगलों की आग बस्तियां तक पहुंच गई है, लेकिन सरकार और विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। आग के कारण टूटी कंडी स्थित बालिका आश्रम से बच्चियों को मसोबरा सिफ्ट करना पड़ा, हमीरपुर में पंप हाउस जल गया। प्रदेश में वन विभाग का कोई मंत्री नहीं है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा मुख्यमंत्री स्वयं जो इस विभाग को देख रहे हैं वे चुनावों में व्यस्त हैं जिससे करोड़ो की वन संपदा को बचाने का कोई प्रयास नहीं हो रहा है। विभाग तमाम उपकरणों के बावजूद आग पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रहा है। यह सरकार संवेदनहीन सरकार है जिसकी प्रदेश की जनता को अब कोई जरूरत नहीं है। सरकार ने इस आपदा को लेकर बैठक तक नहीं की है। उन्होंने कहा कि सक्षम सरकार को त्यागपत्र दे देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 15 से 20 दिनों के अन्दर 31 जगह आग लगी। इसमें हमीरपुर में पंप हाउस, पीएचसी भी आग के हवाले हो गए। सोलन के जंगल भी पिछले एक सप्ताह से धधक रहे, कालका-शिमला ट्रैक के आसपास लगी आग जिससे प्रभावित होकर चार ट्रेनें रोकनी पड़ी। हिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग लगने का सिलसिला जारी है। हजारों हेक्टेयर भूमि पर वन क्षेत्र को नुकसान हुआ है। जीव-जंतु आग की भेंट चढ़ रहे हैं। 24 घंटे में प्रदेश के जंगलों में आग की 31 नई घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें कुल 302.98 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। अब तक कुल 9,480 हेक्टेयर वन क्षेत्र जला अब तक आग की घटनाओं का आंकड़ा 989 तक पहुंच चुका है। फायर सीजन खत्म होने में अभी आधा माह से ऊपर का समय बाकी है। इस सीजन में अब तक कुल 9,480 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। रविवार शाम से सोमवार शाम तक बिलासपुर सर्किल में जगलों में आग लगने की छह घटनाएं वन विभाग ने दर्ज की हैं।
उन्होंने कहा कि चंबा में 1, धर्मशाला में 1, हमीरपुर में 2, मंडी में 8, नाहन में 5, शिमला में 5, रामपुर में 1, सोलन में 4 मामले जंगलों में आग लगने के सामने आए हैं। बिलासपुर सर्किल में 73.39 हेक्टेयर, चंबा में 5 हेक्टेयर, धर्मशाला में 2 हेक्टेयर, हमीरपुर में 13 हेक्टेयर, मंडी में 129.9, नाहन में 44 हेक्टेयर, शिमला में 23.8 हेक्टेयर, रामपुर में 0.5 और सोलन में 12 हेक्टेयर भूमि में वन संपदा राख हुई है। सोलन में लाखों की वनसंपदा राख, सुबाथू के साथ लगते जंगलों में आग से लाखों की वन संपदा जलकर नष्ट हो गई। आग सैनिक क्षेत्र के साथ लगते छपरौली गांव तक पहुंच गई, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। इन सभी घटनाआें से पुनः प्रदेश में आपदा जैसे हालात हैं। पहले पानी ने तबाही मचाई अब आग ने प्रदेश को खोखला कर रही है जिससे प्रदेश सरकार जनता के मन से उतर गई हैं। प्रदेश को इतिहास में पहली बार निक्कमी व बेपरवाह सरकार मिली है।