धर्मशाला
अतुल भारद्वाज ने कहा कि राजनीतिक दलों की ओर से बागी विधायकों पर निशाना साधा जा रहा है, जिसके कारण धर्मशाला के विकास के मुद्दे और आम समस्याओं को दर किनार करने का प्रयास कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बागी विधायकों की ओर से आम जनता के मुद्दें उठाए गए और जब जनता से जुड़े हुए मुद्दों को प्रदेश सरकार के द्वारा नहीं सुना गया । यें भी नौबत आई की विधानसभा के सदन में भी चर्चा की मांग रखी जिसे मुख्यमंत्री ने अपने अपने घमंड का परिचय देते हुए उन मांगों पर उतर देना भी सही नहीं समझा ।
जिसके बाद विवाद बढ़ा और स्वाभिमानी विधयकों को उनके पदों से हटाया गया । बाद में बागी विधायको ने नई पार्टी के साथ अपने हितों को देखा और उनके साथ चुनाव लडऩे का निर्णय लिया। उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया गया कि जब-जब धर्मशाला में कोई भी बड़ा संस्थान आया है उसे कहीं और स्थांतरित कर दिया गया। जिसमें टांडा मेडिकल कॉलेज, निफ्टी व होटल मेनेजमेंट आदि कई संस्थानों को कही और स्थापित किया गया जिससे धर्मशाला की जनता को रोजगार मिलना था। उन्होंने कहा कि धर्मशाला के विकास की जब भी बात आई है मुद्दों को उठाया गया है, तो उन मुद्दों को पूरा न होने के लिए हल्की राजनीति का प्रयोग किया गया है। उन्होंने सवाल किया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशाला कैंपस निर्माण के पैसे चुनावों के पहले क्यों जमा नहीं करवा सकते। धर्मशाला के विकास में हो रही हल्की राजनीति को जनता सहन नहीं करेंगी। अतुल भारद्वाज ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय का अभियान चलता रहेगा और इसको गति देने के लिए राम नवमीं के बाद शहर में बैनर लगाए जाएगें और बैनर पर लिखा जाएगा कि जो भी केंद्रीय विश्वविद्यालय के धर्मशाला कैंपस का विरोध करेगा, उसका प्रवेश धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में वर्जित है और उल्लंघन करने पर सख़्त कदम उठाये जाएँगे