सोलन।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने गत देर सायं मां शूलिनी मेला-2024 की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि के रूप में भाग लिया। उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर सांस्कृतिक संध्या का विधिवत शुभारम्भ भी किया। इस अवसर पर सोलन वासियों को मां शूलिनी मेला की शुभकामनाएं देते हुए डॉ. शांडिल कहा कि मेले हमारी समृद्ध संस्कृति एवं लोक परम्पराओं को सहेजने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाते हैं। देव भूमि हिमाचल में अधिकंश मेले एवं उत्सव देव परम्परा से गहरे से जुड़े हैं। मां शूलिनी के प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा एवं आस्था का प्रतीक यह मेला निरंतर विस्तार पा रहा है जिसके लिए स्थानीय लोग एवं आयोजन समिति बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर मेला आयोजन समिति की ओर से स्वास्थ्य मंत्री को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर मां शूलिनी मेला-2024 की स्मारिका का विमोचन भी किया। इससे पूर्व उन्होंने मेला मैदान में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया एवं इनका अवलोकन कर इनमें गहन रुचि दिखाई।
प्रथम सांस्कृतिक संध्या में सारेगामा फेम तन्मय चतुर्वेदी, अभिज्ञ बैंड तथा रैप आई.डी. ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इसके अतिरिक्त एन.जेड.सी.सी. की ओर से प्रायोजित सांस्कृतिक दल द्वारा हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया। मेला आयोजन समिति द्वारा स्थानीय सांस्कृतिक दलों व लोक कलाकारों को भी उचित अधिमान दिया गया है। ज़िला के तीन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के बच्चों की ओर से भी सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। पहले दिन राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की की छात्राओं ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर बघाट बैंक के अध्यक्ष अरुण शर्मा, जोगिन्द्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम निदेशक मण्डल के सदस्य जतिन साहनी, नगर निगम सोलन के विभिन्न पार्षदगण, प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव सुरेन्द्र सेठी व रमेश ठाकुर, ज़िला कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष शिव कुमार, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस अध्यक्ष अंकुश सूद, कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, नगर निगम सोलन की आयुक्त एकता काप्टा, उपमण्डलाधिकारी (ना.) सोलन डॉ. पूनम बंसल, कसौली नारायण सिंह चौहान, कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
प्राचीन खेल ठोडा का आयोजन
अपनी अनूठी परम्परा के लिए विख्यात मां शूलिनी मेला के दूसरे दिन आज प्राचीन खेल ठोडा का आयोजन ऐतिहासिक ठोडो मेला मैदान में किया गया। शाठा-पाशा दलों में होने वाले तीरंदाजी के इस रोचक एवं प्राचीन खेल का जुड़ाव महाभारत कालीन कौरवों एवं पांडवों से माना गया है।
इस वर्ष शूलिनी मेला के ठोडा खेल में चार ठोडा दल भाग ले रहे हैं। इनमें ठोडा दल डरोल-ठियोग, कोटी-टिब्बा (सिरमौर), किशोर (ठियोग) तथा पाशी ठोडा दल दंवा (क्योंथल) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त वाद्य यंत्र दल सिरमौर भी इसमें सहभागिता जता रहा है। इसमें अध्यक्ष राजीव ठाकुर, उपाध्यक्ष मनमोहन शर्मा, सचिव हेमन्त अत्री, कोषाध्यक्ष मनीष कुमार तथा सदस्य ललित कश्यप, भूषण कुमार शामिल हैं।
नौणी विश्वविद्यालय की प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केन्द्र
मां शूलिनी मेला-2024 के अवसर पर डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय द्वारा 21 जून से 23 जून तक मेला मैदान में लगाई गई प्रदर्शनी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के दोनों महाविद्यालयों के विभिन्न विभागों द्वारा अपने उत्पादों एवं वैज्ञानिक तकनकी को प्रदर्शित किया गया है।
नौणी विश्वविद्यालय के संयुक्त निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. अनिल सूद ने बताया कि प्रदर्शनी में शहद, फूलों एवं सब्जियों के बीज, आचार, जैम और जूस प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न विषयों पर लिखित साहित्य भी बिक्री के लिए उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक किसानों, बागवानों व अन्य लोगों की शंकाओं का निवारण भी मौके पर ही कर रहे हैं और उनके विभिन्न जिज्ञासाओं पर जानकारी भी प्रदान कर रहे हैं।
डॉ. अनिल सूद ने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण फूलों की विभिन्न प्रजातियां, फल, सब्जियां, औषधीय पौधे इत्यादि हैं। इस अवसर पर विस्तार शिक्षा के वैज्ञानिक डॉ. अजय शर्मा तथा डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि इस वर्ष प्रदर्शनी में बड़े स्तर पर किसान एवं बागवान रूचि दिखा रहे हैं।