बिलासपुर, 30 दिसंबर: प्रदेश सरकार ने घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण विकास योजनाओं को मंजूरी देकर क्षेत्र को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में शिमला में हुई कैबिनेट बैठक में घुमारवीं में एक डिजिटल यूनिवर्सिटी स्थापित करने और दो अत्याधुनिक व्यावसायिक परिसरों के निर्माण को स्वीकृति दी गई।
नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया
इन फैसलों पर खुशी जाहिर करते हुए नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से घुमारवीं के समग्र विकास को गति मिलेगी और खासतौर पर युवाओं के लिए नए अवसर पैदा होंगे।
मंत्री ने जानकारी दी कि घुमारवीं में सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत एक बहुविषयक नवाचार, कौशल, प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और अनुसंधान आधारित डिजिटल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। इस संस्थान में आधुनिक तकनीकी शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट, इनोवेशन और स्टार्टअप से जुड़े पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के साथ रोजगार और स्वरोजगार के बेहतर अवसर मिल सकेंगे।
दो आधुनिक व्यावसायिक परिसरों के निर्माण को भी मंजूरी दी
इसके साथ ही कैबिनेट ने घुमारवीं क्षेत्र के पनोल शहरी मोहल और औहर में दो आधुनिक व्यावसायिक परिसरों के निर्माण को भी मंजूरी दी है। इन परिसरों के बनने से स्थानीय व्यापार को मजबूती मिलेगी, आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
राजेश धर्माणी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार युवाओं को आधुनिक शिक्षा, बेहतर कौशल और मजबूत आधारभूत ढांचा उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है और आगे भी ऐसे विकासोन्मुख निर्णय लिए जाते रहेंगे।





















