दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के पूर्वी चंपारण और महाराजगंज में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस और राजद की भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीब से गरीब माँ-बाप भी यही चाहते है कि जाने के बाद अपनी पीढ़ी को विरासत में कुछ देकर जाए, लेकिन मोदी के लिए तो देश की जनता ही विरासत और वारिस है। मोदी सरकार नहीं चाहती कि देश के गरीब लोगों ने जो कष्ट सहे है, उनकी आने वाली पीढ़ी भी वही कष्ट सहे। इसलिए केंद्र सरकार द्वारा गरीब कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं। विरोधियों की लाख कोशिश के बाद भी मैं आपकी सेवा में डटा रहूँगा, देश के जनता से मोदी का दिल का रिश्ता है।
मोदी ने कहा कि बिहार की धरती से राष्ट्रभक्ति की अविरल गंगा बहती है। राजेन्द्र बाबू जैसे अनेक सपूत बिहार की धरती ने देश को दिए हैं। ऐसी समृद्ध प्रतिभा वाली धरती की पहचान कांग्रेस और राजद की सरकारों के कुकर्मों ने रंगदारी टैक्स के लिए बना दी थी। दिल्ली में कांग्रेस के “शाही परिवार” के खास पंजाब के एक कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार के लोग पंजाब में बहिष्कृत करना चाहिए और राजद नेता बिहार में कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता का कहना है कि बिहार के नेताओं को पंजाब में घर नहीं खरीदने देना चाहिए, न ही पंजाब में बिहारियों को कोई अधिकार देना चाहिए। बिहार के लोगों के प्रति कांग्रेस के नेताओं के मन में बहुत नफरत है। कांग्रेस के शाही परिवार ने इस बयान का कोई विरोध नहीं किया और राजद नेताओं ने कान में रुई लगा ली है। बिहार का सम्मान और मान-मर्यादा इंडी गठबंधन वालों के लिए कोई मायने नहीं रखता। जब बिहार ने 100 वर्ष पूरे होने का उत्सव बना रहा था, तब गुजरात का मुख्यमंत्री होते हुए मोदी जी ने बिहार के अनेक महानुभावों को बुलाकर उनका सम्मान किया था। जब डीएमके के नेताओं और तेलंगाना के लोगों ने बिहार का अपमान किया था तब शाही परिवार ने अपने मुंह पर ताला लगा लिया था।
पहले ही चरण में इंडी गठबंधन पस्त
प्रधानमंत्री ने कहा कि चंपारण की धरती प्रेरणा की धरती है, बिहार की जनता का स्नेह और उत्साह देखकर यह स्पष्ट है कि छठे और सातवें चरण के चुनाव में देश में क्या होने वाला है। कल देश में पांचवें चरण का चुनाव सम्पन्न हुआ है, पहले ही चरण में इंडी गठबंधन पस्त हो गया था। इसके बाद के चरणों में इंडी गठबंधन ध्वस्त हुआ और कल पांचवे चरण में पूरी तरह परास्त हो चुका है। स्वयं को जनता का माई-बाप समझने वाले इंडी गठबंधन को जनता ऐसी करारी मात देगी कि दुनिया देखती रह जाएगी। 21वीं सदी का भारत इंडी गठबंधन के पापों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता है। इसलिए हर चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी जैसे दलों पर जनता जोर का प्रहार कर रही है। 4 जून को इंडी गठबंधन पर सबसे बड़ा प्रहार होगा। साथ ही, यह प्रहार देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण की राजनीति, टुकड़े-टुकड़े गैंग, समाज को लड़ाने वाली गंदी सोच, सनातन को गाली देने वाली विकृत मानसिकता, महिला विरोधी मानसिकता, अपराधी, माफिया और जंगलराज पर होगा।