सिधिविनायक टाइम्स शिमला। कांगडा वैली कार्निवल को लेकर कांग्रेस सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है। पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां–प्रागपुर विधायक बिक्रम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार सांस्कृतिक आयोजनों की आड़ में व्यापारियों से धन उगाही कर रही है, जो पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने कहा कि यदि यह आयोजन सरकारी है, तो इसके लिए बजट में प्रावधान क्यों नहीं किया गया और व्यापारिक संस्थानों पर आर्थिक दबाव क्यों बनाया जा रहा है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि सिविल सप्लाई विभाग के जिला नियंत्रक से जुड़ा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होना इस बात का संकेत है कि सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कथित तौर पर आर्थिक सहयोग के नाम पर किया जा रहा है। उन्होंने इसे सहयोग नहीं बल्कि डर और दबाव के जरिए की जा रही वसूली करार दिया और कहा कि इससे व्यापारियों में असुरक्षा का माहौल पैदा हो रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में “चंदा संस्कृति” को बढ़ावा दे रही है, जहां हर सरकारी कार्यक्रम के लिए जनता की जेब पर बोझ डाला जा रहा है। पहले बढ़ते करों से आम लोग परेशान हैं और अब ऐसे आयोजनों के नाम पर अतिरिक्त वसूली की जा रही है, जो जनविरोधी मानसिकता को दर्शाती है। पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार एक ओर आर्थिक तंगी का हवाला देती है, जबकि दूसरी ओर बड़े-बड़े आयोजनों की योजना बनाकर जनता से पैसा इकट्ठा कर रही है। उनके अनुसार, मौजूदा सरकार के कार्यकाल में न तो विकास कार्यों में तेजी आई है और न ही रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं, उल्टा व्यापार वर्ग पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा है। बिक्रम ठाकुर ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि यदि किसी अधिकारी ने नियमों के खिलाफ कार्य किया है, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसी नीतियां बंद नहीं की गईं, तो भाजपा व्यापारियों और आम जनता के हितों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी





















