धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, कंसोर्टियम फॉर एजुकेशनल कम्युनिकेशन के सहयोग से नेशनल कॉन्फ्रेंस “DigiEdu2024” का आयोजन कर रहा है। इसका आयोजन केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर-1 के सेमिनार हॉल में किया जा रहा है। तीन दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस का शुक्रवार को दूसरा दिन था। कुल 8 सत्रों में 80 प्रतिभागियों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। जिनकी अध्यक्षता वीआईटी विश्वविद्यालय (वेल्लोर) के सॉफ्टवेयर और सिस्टम इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर धर्मेंद्र सिंह राजपूत, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (लखनऊ) के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के फैकल्टी डॉ. येगाधर पांडे और डॉ.रवीन्द्र नाथ, चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (हरियाणा) के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के प्रोफेसर विक्रम सिंह, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. पुष्पेंद्र कुमार और जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के कंप्यूटर एवं इंजीनियरिंग विभाग के फैकल्टी डॉ. गौरव ठाकुर ने की।
बता दें, सम्मेलन के पहले दिन दो सत्रों का आयोजन किया गया। जिनकी अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रो. धीरेंद्र शर्मा और सेंट बेडेज़ कॉलेज की सह आचार्य डॉ सपना शर्मा ने की।
सम्मेलन का मुख्य विषय “DigiEdu2024-ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन एंड लर्निंग सिस्टम्स” है। इसका आयोजन 7 मार्च से 9 मार्च 2024 के बीच हो रहा है। कंप्यूटर साइंस एवं इंफॉर्मेटिक्स और एजुकेशन विभाग द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में डिजिटल एजुकेशन पर फोकस है। सम्मेलन का उद्देश्य शिक्षा में डिजिटलीकरण के बहुमुखी पहलुओं पर विचार करने के लिए शिक्षकों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों को एक साथ लाना है।
इस कार्यक्रम में कुल 10 सत्र होंगे। प्रत्येक सत्र में विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा अध्यक्षता की जा रही है। सम्मलेन में भारत के विभिन्न हिस्सों से 100 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है। इस सम्मलेन में 125 शोध पत्र प्राप्त हुए, जिसमें शोध पत्र प्रस्तुति के लिए 79 शोध पत्रों का चुनाव किया गया।
समन्वयक के तौर पर प्रो. प्रदीप चौकसे, प्रो. राजिंदर सिंह और डॉ शत्रुधा मौजूद रहे। सम्मेलन में पैनल चर्चा, कार्यशाला और पेपर प्रस्तुतियां शामिल हैं।