सिद्धिविनायक टाइम्स शिमला। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने शिमला के रिज मैदान पर कांग्रेस और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा मनरेगा को लेकर किए गए धरने पर तीखा हमला बोलते हुए इसे पूरी तरह राजनीतिक नौटंकी करार दिया। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस ने 125 दिन रोजगार देने वाली योजना को ‘खत्म’ बताकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की, जबकि वास्तव में केंद्र सरकार ने मनरेगा को और सशक्त बनाकर “विकसित भारत–रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण)” लागू किया है। इस योजना में ग्रामीण परिवारों को 125 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया गया है और इसके लिए ₹1.51 लाख करोड़ से अधिक का प्रावधान किया गया है, जिसमें ₹95 हजार करोड़ केंद्र सरकार का योगदान है।
सत्ती ने कहा कि कांग्रेस यूपीए शासन के दौरान मनरेगा पर खर्च और एनडीए सरकार द्वारा किए गए दोगुने खर्च का तुलनात्मक आंकड़ा छिपा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस राज्य में मजदूरी भुगतान, काम की उपलब्धता और पंचायतों के अधिकार सुनिश्चित करने की बजाय केवल केंद्र पर आरोप मढ़कर जनता का ध्यान भटका रही है।
सत्ती ने यह भी कहा कि कांग्रेस का रिज मैदान पर धरना राज्य सरकार की नाकामी, वित्तीय कुप्रबंधन और झूठे वादों को छिपाने का प्रयास है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत के लिए विकसित गांव” के संकल्प के तहत चल रही योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि पंचायतों की ग्रेडिंग, मजदूरी में देरी पर अतिरिक्त भुगतान और कमजोर वर्गों के लिए विशेष प्रावधान ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने की दिशा में गंभीर कदम हैं। सत्ती ने अंत में कहा कि हिमाचल की जनता अब कांग्रेस के झूठ को समझ चुकी है और समय आने पर इसका जवाब देगी।





















