धर्मशाला : 23 अक्टूबर से बैजनाथ की बीड़ से सोलो फ्लाइंग करने वाले आंद्रे कुलाविक धर्मशाला के पास धौलाधार की पहाड़ियों में इस कदर खो गये कि उनके साथ फ्लाइंग करने वाले 3 अन्य साथियों को चौपर की मदद से रेस्कयू कर लिया गया मगर आंद्रे कुलाविक का कोई सुराग नहीं मिल पाया, उसके बाद उसकी बेटी द्वारा अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिये जब इस बात को उजागर किया तो पुलिस ने सतर्कता बरतते हुये उसकी खोजबीन शुरू की, जब स्थानीय पुलिस को अपने स्तर पर और निजी हेलीकॉप्टर से लाभ नहीं मिला तो वायुसेना और NDRF की मदद ली गई जिसके बाद उन्हें आंद्रे का ग्लाइडर धौलाधार की तलहटी वाली पहाड़ियों में नज़र आया जब वहां रेस्कयू टीम के सदस्यों को उतारा गया तो उन्हें वहां आंद्रे का शव भी मिल गया
इलाका समुद्रतल से 12 हज़ार फीट की ऊंचाई पर बहुत ही ठंडा और संकीर्ण था ऐसे में रेस्कयू टीम को वहां से शव बाहर निकालने में मनाली मोन्टेनरिंग रेस्कयू टीम, SDRF, NDRF और वायुसेना के साथ साथ, स्थानीय टीमों को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा फिर भी सफलता नहीं मिल पाई तो ऐसे में भारतीय सेना की विशेष टुकड़ी की मदद ली गई I SP कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि अब इस बाबत एम्बेसी से सम्पर्क किया गया है साथ ही परिजनों को भी इतलाह कर दी गई है ताकि शव उनके सपुर्द कर दिया जाए और वो लोग मानवीय आधार पर अपने अंतिम संस्कार कर सकें।