भारत सरकार के उपक्रमों एनटीपीसी कोलडैम और राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) मंडी मिलकर ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में प्रयासरत हैं। एनटीपीसी कोलडैम द्वारा सामुदायिक विकास कार्यों के अंतर्गत एनएसआईसी मण्डी के माध्यम से कसोल गाँव में 25 महिलाओं को “ड्रैस मैकिंग” का 6 माह का नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण का समापन एनटीपीसी कोलडैम संगिनी संघ की अध्यक्षा
उषा अहिरवार द्वारा एनएसआईसी मण्डी प्रमुख लोकेश भाटिया की उपस्थिति में किया गया ।
समापन समारोह में एनटीपीसी द्वारा सभी महिलाओं को सिलाईं मशीनें, टेलरिंग किटें एंव प्रमाण पत्र बांटे गए ताकि महिलायें स्वरोजगार अपनाकर सवाबलम्बी बनें। समारोह के दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम ने सबका मन मोह लिया। एनएसआईसी प्रबंधक
लोकेश भाटिया ने बताया की कुछ महिलाओं ने प्रशिक्षण के दौरान ही घर से व्यावसायिक काम शुरू कर दिया है जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है और पारिवारिक खर्च में भागीदारी निभा रही हैं जिससे पता चलता है कि एनटीपीसी और एनएसआईसी के प्रयास सफल हो रहे हैं।
प्रशिक्षण का लाभ उठाने वाली महिलाओं ने एन.एस.आई.सी संकाय प्रियंका बताया कि ट्रेनर का प्रशिक्षण देने का तरीका बहुत ही अच्छा है जिससे उन्हें सीखने मैं आसानी हुई।
एनटीपीसी सामुदायिक विकास कार्यों के अंतर्गत एनएसआईसी मण्डी के माध्यम से गाँव जमथल , कसोल एंव हरनोड़ा में “ड्रैस मैकिंग”, “कंप्युटर ऐप्लकैशन”, “कढ़ाई एवं वस्त्र उत्पाद” व “उन्नत कृषि व परीक्षण तकनीकें” जैसे कोर्सों में 200 लोगों को नि:शुल्क
प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है जोकि उन गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान एनटीपीसी उपप्रबंधक पूर्ण सिंह, संगिनी संघ सदस्य सविता अग्रवाल, मधु जोशी, समन्वयक अर्निशा एंव विनय कुमार, कोर्स संकाय प्रियंका, महिला मण्डल प्रधान गीता देवी एंव प्रशिक्षु महिलायें उपस्थित रहीं।