पालमपुर 11 नवम्बर, 2024 : पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने मनोहर लाल खटर पर निशाना साधा हैI
कहा कि मुझे इस बात का दुख हुआ कि केन्द्रीय उर्जा मंत्री श्री मनोहर लाल खटटर जी ने षानन बिजली परियोजना के प्रष्न पर पजंाब और हिमाचल के बीच निश्पक्ष रहने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और वे इस प्रष्न पर किसी प्रदेष का पक्ष नही लेंगे। श्री मनोहर लाल खटटर जी मेरे व्यक्तिगत मित्र है। हिमाचल प्रदेष के पार्टी प्रभारी है परन्तु मैं अपने सम्बंध के कारण नही न्याय के कारण उनसे हिमाचल के समर्थन की आषा करता था।
उन्होंने कहा कि जोगिन्द्रनगर की षानन बिजली परियोजना हर दृश्टि से हिमाचल प्रदेष की है। 1966 के पंजाब पुर्नगठन कानून में स्पश्ट निर्देष था कि इस कानून के लागू होने के बाद सांझे पजंाब की जो सम्पत्ति जिस नये प्रदेष में होगी वह उसी की मलकीयत होगी। लोक सभा के बनाये हुए इस कानून के मुताबिक 1966 में ही षानन बिजली परियोजना हिमाचल को मिलनी चाहिए थी।
षान्ता कुमार ने कहा कि अंग्रेजों के समय मण्डी रियासत के साथ जो लीज डीड हुई थी अब तो वह भी समाप्त हो गई है। मण्डी अब रिसायत नही हिमाचल का हिस्सा है और अंग्र्रेज भी भारत से चले गये है। उनकी की हुई लीज भी समाप्त हो गई है। इसलिए षानन बिजली परियोजना हिमाचल का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि श्री मनोहर लाल खटटर इस बात का उत्तर दें कि हिमाचल की धरती पर हिमाचल के पानी से जो बिजली पैदा होती है उस पर किसी और का अधिकार किस कानून के अनुसार हो रहा है। छोटे से हिमाचल के साथ पिछले 58 वर्शो से यह भयंकर अन्याय हो रहा है। दो सौ करोड़ रू0 प्रति वर्श के हिसाब से हिमाचल प्रदेष को हानि हो रही है।
षान्ता कुमार ने हिमाचल सरकार और हिमाचल के सभी जन प्रतिनिधियों से विषेश आग्रह किया है कि इस प्रष्न पर एक जुट होकर हिमाचल के अधिकार और हिमाचल के सम्मान के लिए संघर्श किया जाए।