कुल्लू: नशे के खिलाफ प्रभावी और स्थायी सफलता तभी संभव है, जब समाज का हर वर्ग इसमें सक्रिय भूमिका निभाए। यह बात उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने नशा मुक्त हिमाचल अभियान के तहत ग्राम पंचायत परगाणु और आईटीआई शमशी में आयोजित जागरूकता शिविरों के दौरान कही।
नशा निवारण समितियों को सक्रिय रहने के निर्देश
उपायुक्त ने परगाणु और शमशी की नशा निवारण समितियों के सदस्यों के साथ बैठक कर नशे की रोकथाम के लिए नियमित बैठकें करने और समय-समय पर ठोस कार्य योजना तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समितियों की सतर्कता से नशा करने वालों और नशा तस्करों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
मुख्यमंत्री स्तर पर हो रही है निगरानी
उपायुक्त ने कहा कि चिट्टे और अन्य नशों के खिलाफ अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा है, जिसकी निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री कर रहे हैं। उन्होंने महिलाओं की भूमिका को बेहद अहम बताते हुए कहा कि उनकी जागरूकता और साहस से नशा मुक्त समाज का सपना साकार हो सकता है। उन्होंने महिलाओं से इस अभियान में आगे बढ़कर सहयोग देने का आह्वान किया।
युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील
आईटीआई शमशी के छात्रों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि युवाओं को नशे से पूरी तरह दूरी बनाकर अपने भविष्य को सुरक्षित रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को नुकसान पहुंचाता है।
उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि यदि उन्हें नशे से जुड़े किसी अवैध कारोबार या गतिविधि की जानकारी मिले, तो बिना डर के तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके लिए टोल फ्री नंबर 112 पर सूचना देने की अपील की गई
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग जरूरी
पुलिस अधीक्षक मदन लाल ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल प्रशासन या पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रंजीत ठाकुर ने नशे के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशे की लत से पीड़ित लोगों का इलाज संभव है। उन्होंने ऐसे व्यक्तियों को समय रहते स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुंचाने पर जोर दिया।
बड़ी संख्या में अधिकारी और जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य आशा ठाकुर, पंचायत प्रधान मोहर सिंह, शमशी पंचायत प्रधान पम्मी ठाकुर, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. सपना शर्मा, डीएसपी राजेश कुमार, जिला कल्याण अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा, आईटीआई शमशी के प्रधानाचार्य अर्पित आनंद सहित नशा निवारण समितियों के सदस्य और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।





















