सिधिविनायक टाइम्स शिमला। देशभर में कार्यस्थल मानवाधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से SUEZ ने शिमला में “ड्यूटी ऑफ केयर कॉन्फ्रेंस” का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न राज्यों से आए 50 से अधिक प्रमुख संगठनों ने भाग लिया। सम्मेलन में निजी क्षेत्र में समान कार्य-संस्कृति, सम्मानजनक व्यवहार और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक नीतियों व व्यवहारिक उपायों पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्य सत्र को संबोधित करते हुए SUEZ की वाइस प्रेसिडेंट (लीगल) प्रारब्ध जयपुरियार ने कहा कि मानवाधिकार केवल एक वैधानिक दायित्व नहीं, बल्कि हर संगठन के लिए नैतिक जिम्मेदारी हैं, जिन्हें सप्लाई चेन के हर स्तर पर लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि विशेषकर Equal Pay for Equal Work और Right to Livelihood जैसे संवैधानिक मूल्यों को कंपनियों के रोज़मर्रा के संचालन का अनिवार्य हिस्सा बनाया जाना चाहिए।
सम्मेलन में विशेषज्ञों ने भेदभाव-मुक्त कार्यस्थल, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, और कर्मचारियों—विशेषकर महिलाओं व श्रमिकों—के अधिकारों की सुरक्षा पर विचार साझा किए। SUEZ ने अपनी Vigilance और Human Rights Initiatives का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि वह पूरे सप्लायर नेटवर्क में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को और मजबूत करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।कार्यक्रम में शामिल विभिन्न संस्थानों ने SUEZ की इस पहल को निजी क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण और सराहनीय कोशिश बताया। सम्मेलन का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि उद्योग जगत, सामाजिक संगठन और नीति-निर्माता मिलकर मानवाधिकारों की सुरक्षा को नए मानकों तक पहुँचाने के लिए सहयोग जारी रखेंगे।
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