सिधिविनायक टाइम्स शिमला। जिला कांगड़ा में नशे के खिलाफ चल रही मुहिम को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से उपायुक्त हेमराज बैरवा ने देहरा में नारकोटिक्स को-ऑर्डिनेशन सेंटर की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि चिट्टा सहित सभी प्रकार के मादक पदार्थों के विरुद्ध अभियान को पंचायत स्तर तक सशक्त किया जाएगा और इसके लिए प्रशासन, पुलिस तथा आमजन की सामूहिक भागीदारी अनिवार्य है। उपायुक्त ने कहा कि देहरा पुलिस जिला की चिन्हित संवेदनशील पंचायतों में नशे की गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी। इन क्षेत्रों में गठित नशा निवारण समितियों को और अधिक सक्रिय करते हुए उन्हें जागरूकता, सूचना संकलन तथा निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने निर्देश दिए कि जमीनी स्तर पर अभियान की प्रगति की समीक्षा के लिए नियमित समन्वय बैठकों का आयोजन किया जाए। बैठक के दौरान युवाओं, अभिभावकों, पंचायती प्रतिनिधियों, महिला मंडलों और स्वयंसेवी संगठनों से नशा उन्मूलन अभियान में आगे आने का आह्वान किया गया। उपायुक्त ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल कानून व्यवस्था का विषय नहीं है, बल्कि यह समाज की साझा जिम्मेदारी है। इसी दिशा में आने वाले समय में उपमंडल स्तर पर एंटी-चिट्टा वॉकथॉन और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
यह भी पढ़े, :-https://sidhivinayaktimes.com/cm-flagolvo-bus-serviceadauhumaurwindelhi/
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार नशे के विरुद्ध कड़े प्रवर्तन के साथ-साथ नशा पीड़ितों के उपचार, काउंसलिंग और पुनर्वास व्यवस्था को मजबूत कर रही है। स्कूलों और कॉलेजों में एंटी-ड्रग क्लब, प्रहरी क्लब और साथी शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। उपायुक्त ने जानकारी दी कि जल्द ही चिट्टा के खिलाफ सूचना देने वालों के लिए इनाम योजना शुरू की जाएगी, जिसके तहत महत्वपूर्ण जानकारी देने पर 10 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से निर्भीक होकर पुलिस और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। बैठक से पहले उपायुक्त ने पुलिस थाना देहरा का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश भी दिए।





















