सिधिविनायक टाइम्स शिमला। राज्य में आगामी शीतकालीन पर्यटन सीज़न को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तैयारियों को तेज़ कर दिया है। इस क्रम में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज शिमला में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग, परिवहन निगम एवं आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में मुख्यमंत्री ने पर्यटन स्थलों पर बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने, सड़क यातायात को सुचारू रखने और आपात स्थितियों से निपटने की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश शीतकालीन पर्यटन के लिए देश-विदेश के लाखों पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण केंद्र बन चुका है, ऐसे में आवश्यक है कि पर्यटकों को सुरक्षित, सुगम और आनंददायक अनुभव प्रदान किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रमुख पर्यटन स्थलों—शिमला, मनाली, कुफरी, नारकंडा, धर्मशाला और डलहौजी—में अतिरिक्त पुलिस बल और पर्यटन गाइड तैनात किए जाएँ ताकि भीड़ प्रबंधन और पर्यटकों की सहायता प्रभावी ढंग से की जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि बर्फबारी के दौरान किसी भी सड़क के बंद होने की स्थिति में वैकल्पिक रूट तुरंत उपलब्ध कराए जाएँ और सभी अपडेट डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वास्तविक समय में साझा किए जाएँ।
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परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया कि राज्य परिवहन निगम की बसों की संख्या पर्यटन रूटों पर बढ़ाई जाए, जबकि लोक निर्माण विभाग को सड़क किनारे बैरियर, साइन बोर्ड और निगरानी तंत्र को और मज़बूत बनाने को कहा गया। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी पर्यटन स्थलों पर कचरा प्रबंधन और प्लास्टिक प्रतिबंध को कड़ाई से लागू किया जाए ताकि राज्य की प्राकृतिक सुंदरता अक्षुण्ण बनी रहे। बैठक में पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है और इसके लिए होटलों, होम-स्टे और अन्य आवासीय सुविधाओं को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय युवाओं को पर्यटन आधारित गतिविधियों में प्रशिक्षण देने के लिए विशेष कार्यशालाएँ आयोजित की जा रही हैं, जिससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। बैठक के दौरान आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने संभावित हिमस्खलन, भूस्खलन और भारी बर्फबारी जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए अपनी तैयारियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों को और तेज़ एवं आधुनिक तकनीक से सक्षम बनाने के लिए ड्रोन सर्विलांस, GPS-आधारित अलर्ट सिस्टम और मोबाइल कंट्रोल यूनिट की स्थापना पर बल दिया। बैठक के अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और सरकार पर्यटकों और स्थानीय समुदाय दोनों के हितों को ध्यान में रखते हुए व्यापक योजनाओं को लागू कर रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस बार का शीतकालीन सीज़न राज्य के पर्यटन इतिहास में नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।





















