सिधिविनायक टाइम्स शिमला। कांग्रेस सरकार के तीन साल पूरे होने पर मंडी में आयोजित रैली ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश मीडिया प्रभारी रणधीर शर्मा ने इस रैली को सरकार की असफलताओं और जनता के साथ धोखे का प्रतीक करार दिया। शर्मा ने कहा कि मंच पर सबसे विवादास्पद दृश्य तब देखा गया जब उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री की क्षमताओं पर सवाल उठाते हुए उन्हें ‘अक्षम’ और ‘निर्णयहीन’ बताया। उन्होंने इसे कांग्रेस सरकार के भीतर विभाजन और नेतृत्व संकट का स्पष्ट संकेत बताया। रणधीर शर्मा ने कहा कि उपमुख्यमंत्री के अधिकारियों के खिलाफ धमकी भरे बयान—“रात के अंधेरे में निपट देंगे”—लोकतांत्रिक मर्यादा और प्रशासनिक तंत्र के लिए खतरे का संकेत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तीन साल में कांग्रेस सरकार ने विकास के बजाय जनता को महंगाई, बेरोजगारी और प्रशासनिक अव्यवस्था का बोझ दिया।
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उन्होंने मंडी में जश्न मनाने के चुनावी फैसले को संवेदनहीन बताया क्योंकि यह वही जिला है जहां प्राकृतिक आपदाओं से सबसे ज्यादा नुकसान है। भाजपा नेता ने रैली में भारी सरकारी भागीदारी और लाभार्थियों की उपस्थिति का भी उल्लेख किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रैली जनसमर्थन का प्रतीक नहीं बल्कि सरकारी तंत्र और दबाव से जुटाई गई भीड़ का उदाहरण थी। उन्होंने चेतावनी दी कि हिमाचल की जनता कांग्रेस सरकार के दोगलेपन, जनविरोधी नीतियों और झूठे वादों को भलीभांति समझ चुकी है और 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटाने का मन बना चुकी है।





















