सिधिविनायक टाइम्स शिमला। पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने बाल मार्गदर्शन एवं परामर्श के क्षेत्र में विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से एक नया उन्नत डिप्लोमा कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र मोहाली के सहयोग से संचालित किया जाएगा। दोनों संस्थानों के बीच इस साझेदारी को औपचारिक रूप देने के लिए कुलपति प्रो. रेणु विग और क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सुनीता शेषादरी की उपस्थिति में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। एक वर्ष की अवधि वाला यह पाठ्यक्रम आरसीआई द्वारा अनुमोदित है और इसका उद्देश्य शिक्षार्थियों को विभिन्न परिस्थितियों में बच्चों और परिवारों के मानसिक स्वास्थ्य को समर्थन देने के लिए आवश्यक कौशल सिखाना है। कार्यक्रम में विद्यालयों, समुदायों और बाल देखभाल केंद्रों में इंटर्नशिप भी शामिल होगी, जिससे विद्यार्थियों को वास्तविक परिस्थितियों में कार्य करने का अनुभव प्राप्त होगा।
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कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कुलपति प्रो. रेणु विग ने युवाओं में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों और नशा मुक्ति के प्रयासों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय में सहकर्मी मार्गदर्शन समूहों के गठन पर जोर देते हुए इस पहल की सराहना की। मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. सीमा विनायक ने भावी योजनाओं का उल्लेख करते हुए टेली-काउंसलिंग, अनुसंधान सहयोग और इंटर्नशिप विकल्पों को आगे बढ़ाने की संभावनाएं साझा कीं।सहयोग के लिए विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त करते हुए डॉ. सुनीता शेषादरी ने कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र में क्षमता निर्माण और मानव संसाधन विकास को नई दिशा देगा। इस अवसर पर प्रो. मीनाक्षी गोयल, प्रो. वाईपी वर्मा, प्रो. के.के. सलूजा सहित विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।






















