सिधिविनायक टाइम्स:शिमला। धर्मशाला में चल रहे शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन में शुरू हुआ विवाद अब और तीखा होता जा रहा है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और भाजपा विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार के बीच हुई तीखी नोकझोंक सदन से बाहर भी पहुंच गई है। विधानसभा परिसर में मीडिया के सामने दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया। विपिन परमार ने मंत्री नेगी पर सदन की गरिमा भंग करने का आरोप लगाते हुए स्पीकर को नियम 75 के तहत विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्री द्वारा नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ इस्तेमाल किए गए शब्द न सिर्फ आपत्तिजनक हैं, बल्कि सदन की मर्यादा के खिलाफ भी हैं, ऐसे में कार्रवाई अनिवार्य है।
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दूसरी ओर, राजस्व मंत्री नेगी ने भी विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वह सदन में उठे सवालों का जवाब दे, और उन्होंने केवल वही किया। नेगी ने दावा किया कि 3 दिसंबर को विपक्ष ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया, जिसके चलते उन्होंने भी विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि अब उल्टा वही लोग आरोप लगाकर मुद्दे को भटकाने और जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों नेताओं की यह तकरार सत्र के समाप्त होते-होते सियासी हलकों में बड़ी बहस का विषय बन चुकी है।




















