नियम-67 पर दी गई नोटिस को विपक्ष ने ही रोका; स्पीकर की रूलिंग के बाद शुरू हुई कार्यवाही
भाजपा की रणनीति ने बनाया गतिरोध
नोटिस देने के बाद भी चर्चा शुरू न होने दी, विपक्ष खुद के कदमों में उलझा
धर्मशाला में चल रहे विधानसभा सत्र में आज भाजपा खुद ही अपनी रणनीति में उलझती दिखाई दी। पंचायत चुनावों पर नियम-67 के तहत बुधवार को नोटिस देने वाली भाजपा ने गुरुवार को उसी मुद्दे पर चर्चा शुरू होने से रोक दिया। प्रश्नकाल को पहले करवाने की मांग को लेकर खड़ा किया गया यह विवाद 35 मिनट तक सदन को बाधित करता रहा।
सदन में असहज माहौल, स्पीकर की दखल के बाद स्थिति संभली
भाजपा की जिद से गूंजता रहा हंगामा, रूलिंग के बाद ही पटरी पर लौटा सदन विपक्ष के इस विरोध से सदन का माहौल असहज बन गया। सत्ता पक्ष ने भाजपा की इस कार्यशैली को ‘बेतुका’ करार दिया। लगातार बढ़ रहे तनाव और शोरगुल के बीच आखिरकार स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया को हस्तक्षेप करना पड़ा। उनकी रूलिंग के बाद ही स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो सकी और सदन की कार्यवाही सामान्य रूप में लौट पाई।
मुख्यमंत्री सुक्खू का पलटवार—‘5000 करोड़ आए हैं तो दस्तावेज पेश करें’
बलवीर वर्मा के दावे पर सवाल, कहा—जहां से सूचना ली वहां से दस्तावेज भी ले लेते
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा विधायक बलवीर वर्मा यह दावा करते हैं कि केंद्र ने हिमाचल को 5000 करोड़ रुपये भेजे हैं, तो उन्हें इसके दस्तावेज भी सार्वजनिक करने चाहिए। मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि जहां से 5000 करोड़ आने की ‘सूचना’ मिली, वहीं से दस्तावेज भी मिल जाते।
‘भाजपा दिन में सपने देखना छोड़ दे’
सुक्खू बोले—सरकार के दो वर्ष पूरे, मजबूती से आगे बढ़ रहा हिमाचल मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा बिना तथ्यों के दावे कर रही है और दिन में सपने देखने की आदत छोड़ दे। उन्होंने कहा कि सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हुआ है और अब भी राज्य मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
‘दिल्ली जाकर जितना पैसा रुकवाना है रुकवा लें, हम चुनौतियों से उबरेंगे’
एनडीआरएफ पर विपक्ष का भ्रम फैलाना गलत, यह राशि हर वर्ष मिलती है
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसके नेता दिल्ली जाकर हिमाचल का पैसा रुकवाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे जितनी बाधाएं खड़ी कर ली जाएं, सरकार चुनौतियों का सामना भी करेगी और उनसे उबरकर भी दिखाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि एनडीआरएफ की राशि हर वर्ष मिलती है आपदा आए या न आए और यह पूर्व भाजपा सरकार के समय में भी मिलती रही है।





















