शिमला: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कांग्रेस की हालिया रैली में लगाए गए विवादित नारों को लेकर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ इस तरह के नारे लगाना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।
राजनीतिक विरोध की भी होती है एक मर्यादा
सुरेश कश्यप ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार की आलोचना की जा सकती है, लेकिन किसी प्रधानमंत्री के लिए मृत्यु की कामना करना अमानवीय सोच को दर्शाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकार की भाषा कांग्रेस की मानसिकता और संस्कारों को उजागर करती है।
संसद में भी उठा मामला
भाजपा सांसद ने बताया कि इस मुद्दे को संसद के दोनों सदनों में गंभीरता से उठाया गया। राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेतृत्व से सार्वजनिक माफी की मांग की, जबकि लोकसभा में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने इसे राजनीति के गिरते स्तर का उदाहरण बताया।
शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी पर भी सवाल
सुरेश कश्यप ने कहा कि दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस रैली में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसके बावजूद इस तरह के नारे लगना गंभीर चिंता का विषय है और इससे नेतृत्व की भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं।
भाजपा ने की सार्वजनिक माफी की मांग
उन्होंने कहा कि भाजपा इस पूरे घटनाक्रम की कड़ी निंदा करती है और सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री सुक्खू तथा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग करती है।सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस को आत्ममंथन करने की आवश्यकता है। देश की जनता इस तरह की नकारात्मक और घृणास्पद राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी और लोकतांत्रिक तरीके से इसका जवाब देगी।





















