धर्मशाला : हिमाचल विधानसभा परिसर में बुधवार को भाजपा विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के नेतृत्व में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से तुरंत विधायक निधि जारी करने की मांग की। भाजपा विधायक विधानसभा गेट तक बैनर और तख्तियों के साथ नारेबाजी करते हुए पहुँचे।
विधायक निधि बंद होने से विकास कार्य रुक गए: जयराम
मीडिया से बातचीत में जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार बजट में विधायक निधि बढ़ाने की बात तो करती है, लेकिन महीनों से पैसा जारी नहीं किया गया। आपदा के समय राहत कार्यों के लिए विधायक निधि बेहद जरूरी होती है, लेकिन यह रुकी हुई है, जिससे कई क्षेत्रों में विकास कार्य ठप पड़े हैं।उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक अपने इलाकों में कामों के लिए विभागों को पत्र भी दे चुके हैं, लेकिन बजट न मिलने से जनता परेशान और नाराज़ है।
ट्रेजरी भुगतान रोकने और कमीशनखोरी के आरोप
जयराम ठाकुर ने दावा किया कि सरकार ने ट्रेजरी से भुगतान रोक दिए हैं और सरकार से जुड़े लोग ठेकेदारों से “कमीशन” लेकर बिल पास करवा रहे हैं। उनका कहना है कि ठेकेदार अब अपने परिवार और बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज लेने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “सुक्खू सरकार के संरक्षण में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और भुगतान का पूरा सिस्टम कमीशन पर चल रहा है।” उन्होंने पूछा कि यह पैसा आखिर जा कहाँ रहा है?
ओपीएस पर विपक्ष को बदनाम करने का आरोप
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार भाजपा विधायकों के बयानों को तोड़-मरोड़कर ओल्ड पेंशन स्कीम से जोड़ने की कोशिश कर रही है, जबकि विपक्ष ने ओपीएस पर कुछ भी नहीं कहा। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री की टीम करोड़ों रुपये खर्च करके भाजपा नेताओं के खिलाफ गलत प्रचार फैला रही है।
पंचायत चुनाव टालने की कोशिश भाजपा का आरोप
पंचायत चुनाव को लेकर हुए वॉकआउट के बाद जयराम ठाकुर ने कहा कि जैसे इंदिरा गांधी ने चुनाव से बचने के लिए इमरजेंसी लगाई थी, उसी तरह मुख्यमंत्री अब आपदा प्रबंधन एक्ट का इस्तेमाल करके पंचायत चुनाव टालना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को सच में आपदा की चिंता होती, तो वह तीन साल पूरे होने का जश्न न मनाती और पूरी मशीनरी जश्न की तैयारी में नहीं लगी होती।
आपदा राहत में भाजपा कार्यकर्ताओं का योगदान
जयराम ठाकुर ने बताया कि भाजपा की सरकारों और कार्यकर्ताओं ने पूरे देश से राहत सामग्री भेजी। कई कार्यकर्ता जरूरतमंदों तक पहुंचने के लिए किलोमीटरों तक सामान उठाकर ले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता आपदा के दौरान राहत कार्यों के बजाय सड़कों के बिल अपने नाम करवाने में लगे रहे। उन्होंने कहा, “जो लोग आपदा के समय एक पैसा नहीं दे पाए, वे अब हिसाब मांग रहे हैं ऐसी बेशर्मी पहले कभी नहीं देखी।”
असभ्य मंत्रियों के खिलाफ भाजपा का रुख
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा विधायक दल सदन में किसी मंत्री की अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि भाजपा ऐसे मंत्रियों का सदन में बहिष्कार करेगी।
















