कबड्डी वर्ल्ड कप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतकर लौटी हिमाचल प्रदेश की पांच बेटियों ने पूरे राज्य को गर्व से भर दिया है। इन खिलाड़ियों में तीन सिरमौर, एक मंडी और एक चम्बा की रहने वाली हैं। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बलदेव तोमर ने इन सभी को बधाई दी और इसे हिमाचल के लिए बड़ी उपलब्धि बताया।
लेकिन इसी खुशी के बीच उन्होंने राज्य सरकार पर नाराज़गी भी जताई। तोमर का कहना है कि अब तक सरकार ने इन चैंपियन बेटियों के लिए न तो किसी पुरस्कार की घोषणा की है और न ही कोई सम्मान समारोह किया गया है। उनके मुताबिक, सरकार की ये अनदेखी खिलाड़ियों का मनोबल गिराने वाली है।
कबड्डी वर्ल्ड कप की विजेता बेटियों को भी मिलना चाहिए सम्मान
उन्होंने याद दिलाया कि पिछली भाजपा सरकार ने क्रिकेटर रेणुका ठाकुर को एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी थी। तोमर ने सवाल उठाया कि जब क्रिकेटर को इतना सम्मान मिल सकता है, तो कबड्डी वर्ल्ड कप की विजेता बेटियों को क्यों नहीं? उनका कहना है कि ये खिलाड़ी भी विश्व स्तर पर देश का नाम चमकाकर लौटी हैं और इन्हें भी उतना ही सम्मान मिलना चाहिए।
बलदेव तोमर ने सरकार से मांग की कि सभी पांच खिलाड़ियों को एक-एक करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि और सरकारी नौकरी दी जाए। उनका कहना है कि ऐसे कदम से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है और राज्य के युवा भी खेलों की ओर प्रेरित होते हैं। अंत में उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का सम्मान करना सरकार की जिम्मेदारी है। समय पर प्रोत्साहन देना ही उनकी उपलब्धियों की असली सराहना है, और वर्तमान सरकार का मौन रवैया खिलाड़ियों और उनके परिवारों दोनों के लिए निराशाजनक है।



















