पूर्व मुख्यमंत्री एवम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित थुनाग क्षेत्र का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मिले। पीड़ित परिवारों ने नेता प्रतिपक्ष से मिलकर अपनी समस्याएं बताई। लोगों का कहना था कि सरकार सभी प्रभावितों को राहत प्रदान नहीं कर रही हैं। बहुत सारे लोगों का सब कुछ चला गया लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला है। लोगों के आशियानें ख़त्म हो गये हैं और लोग किराए के घरों में या रिश्तेदारों के यहां रहने को मजबूर हैं। आपदा के इतने दिनों बाद भी जनजीवन अस्तव्यस्त है।
नेता प्रतिपक्ष ने इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों ने हमें बदनाम करने की कोशिश की, तमाम उल्टे सीधे आरोप लगाए। सरकार में बैठे कई लोगों का कहना है कि सड़के ज़्यादा बनने से यह तबाही आई, तो सरकार बताएं कि जिन क्षेत्रों में सड़कें नहीं थी, वहाँ पर तबाही कैसे आई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सड़के लोगों की माँग पर बनाई गई थी, हमने लोगों के पीठ का बोझ कम करने के लिए। सड़कें बनवाई थी। यह ग़लत परंपरा हैं। इसे रोका जाना चाहिए। राजनीति में बदले की नहीं विकास करने कि भावना से काम करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने किसी को परेशान करने की बजाय प्रदेश के विकास के लिए काम करने को तरजीह दी न कि लोगों को परेशान करने की।